औरैया। लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में ड्यूटी के दौरान हुए हिमस्खलन में शहीद हुए जमौली गांव निवासी वीर जवान मोहित कुमार का पार्थिव शरीर बुधवार को जैसे ही गांव पहुंचा, जनसैलाब उमड़ पड़ा। क्षेत्रभर के लोग अपने लाल के अंतिम दर्शन के लिए घंटों से इंतजार कर रहे थे।
गमगीन माहौल में पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि शहीद के पिता ने दी। इस दौरान 'भारत माता की जय' और 'शहीद मोहित अमर रहे' के नारों से गांव की गलियां गूंज उठीं।
जवान मोहित कुमार की शहादत पर ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं, वहीं लोगों ने गर्व भी महसूस किया कि गांव का बेटा देश की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दे गया।
अंतिम संस्कार में डीएम, एसपी समेत जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारी, सेना के जवान, जनप्रतिनिधि और हजारों की संख्या में आमजन शामिल हुए। लोगों ने तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
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