औरैया, 22 नवम्बर 2025।
थाना कोतवाली औरैया, सर्विलांस व एसओजी की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी कॉल कर लोगों को डराने-धमकाने और पैसे वसूलने वाले साइबर ठगों के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक बाल अपचारी को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है।
पुलिस के अनुसार यह गिरोह मोबाइल फोन पर अश्लील सामग्री देखने का झूठा आरोप लगाकर पीड़ितों को ब्लैकमेल करता था। कॉल करने वाले खुद को "साइबर क्राइम ब्रांच लखनऊ" का अधिकारी बताकर गिरफ्तारी की धमकी देते थे और पैसे लेकर मामला “सेटल” करने का दबाव बनाते थे।
आत्महत्या मामले से खुला गिरोह का राज
दिनांक 18 नवम्बर को अनुराधा त्रिपाठी इंटर कॉलेज, कानपुर रोड के पास रहने वाले अनुराज उर्फ दीपक कटियार ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों ने बताया कि मृतक को कई दिनों से अज्ञात नंबरों से कॉल आ रहे थे, जिनमें आरोपियों द्वारा लगातार मानसिक प्रताड़ना दी जा रही थी। सामाजिक बदनामी के डर से परेशान होकर युवक ने यह कदम उठाया।
परिजनों की तहरीर पर कोतवाली औरैया में मु.अ.सं. 853/2025 धारा 108 बीएससी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक औरैया के निर्देशन एवं वरिष्ठ अधिकारियों के पर्यवेक्षण में विशेष टीम गठित की गई।
गिरफ्तार किए गए आरोपी
1. नरेन्द्र सिंह, पुत्र किशनपाल, निवासी मंगोलपुर, थाना गजनैर, कानपुर देहात (उम्र 28 वर्ष)
2. लालसिंह, पुत्र नत्थू, निवासी मंगोलपुर, थाना गजनैर, कानपुर देहात (उम्र 40 वर्ष)
3. एक बाल अपचारी, जिसे अभिरक्षा में लिया गया है।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे रैंडम नंबरों पर कॉल करते थे और खुद को पुलिस अधिकारी बताकर लोगों को डराते थे। अश्लील वीडियो देखने का फर्जी आरोप लगाकर ब्लैकमेल करते थे और रुपये ऐंठते थे।
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