औरैया। नवसृजित जनपद औरैया में शिक्षा विभाग के जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) कार्यालय में लंबे समय से स्टाफ की भारी कमी बनी हुई है। वर्ष 1997 में इटावा से अलग होकर औरैया जनपद का गठन हुआ था। उस समय डीआईओएस कार्यालय में केवल एक आशुलिपिक, एक लिपिक, एक कनिष्ठ सहायक तथा दो वरिष्ठ सहायकों के पद ही स्वीकृत हुए थे, जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में दो प्रधान लिपिक, चार वरिष्ठ सहायक, दो कनिष्ठ सहायक, एक आशुलिपिक और पांच चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद स्वीकृत हैं।
शिक्षणोत्तर कर्मचारी महासंघ ने इस समस्या के समाधान के लिए प्रदेश सरकार से मांग की है कि औरैया डीआईओएस कार्यालय में आवश्यक पदों का सृजन शीघ्र किया जाए, जिससे विद्यालयों से जुड़े शिक्षकों और कर्मचारियों की समस्याओं का समय पर निस्तारण हो सके। महासंघ ने बताया कि जनपद औरैया में 60 विद्यालय अनुदानित, 15 राजकीय तथा 221 वित्तविहीन विद्यालय संचालित हैं। स्टाफ की कमी के कारण विद्यालयों के कार्यों के साथ शिक्षकों की समस्याओं का समाधान बाधित हो रहा है।
इसी मांग को लेकर शिक्षणोत्तर कर्मचारी महासंघ, उत्तर प्रदेश जनपद औरैया के पदाधिकारियों ने विधान परिषद सदस्य संलिल विश्नोई को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में डीआईओएस कार्यालय में दो प्रधान लिपिक, चार वरिष्ठ सहायक, तीन कनिष्ठ सहायक और पांच चतुर्थ श्रेणी पदों के सृजन की मांग की गई है, ताकि जनपद औरैया में शिक्षकों और कर्मचारियों से संबंधित कार्यों का समय पर निस्तारण हो सके।
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